Increasing adsense earnings – एड्सेन्स से बढ़ती कमाई

गुगल के एड्सेन्स के विज्ञापन तो बहुत से लोगों ने अपने ब्लाग्स पर लगा रखे हैं लेकिन उससे होने वाली आमदनी के बारे मे चर्चा नही ही करते हैं । मैने भी अपना हिन्दी ब्लाग दिसम्बर २००५ मे बनाने के बाद मार्च २००६ मे गुगल के एड लगा लिये थे, तो अप्रैल तक १५ डालर भी बन गये लेकिन उसके बाद हमारा ब्लाग तो चलता रहा लेकिन आमदनी २-३ डालर प्रति महीने से अधिक की नही हुई । अगस्त २००६ और जनवरी २००७ मे तो एक डालर भी नही बने । इस बीच एक फोटो ब्लाग भी बना लिया और उसपे भी एड चिपका दिया गया। सब कुछ जैसा तैसा चल रहा था कि जून २००७ मे पता चला अपने ५० डालर बन गये हैं सो गुगल ने अकाउन्ट कन्फ़र्म करने के लिये पिन भेज दिया । उसके बाद हमारी ब्लागिन्ग पर असर पडा और जल्दी जल्दी कुछ ब्लाग पोस्ट डाली गयीं, इसका परिणाम ये हुआ कि जून मे सात डालर और जुलाए मे १० डालर तक बन गये। अगस्त मे घर (भारत) जाना हुआ तो मामला फ़िर अटक गया ।

लेकिन सितम्बर मे कुछ कुछ हुआ और उसी महीने के बाद पहला पेमेन्ट मिलने के आसार दिखने लगे लेकिन टोटल ९८.७५ पर आकर अटक गया। एक महीने का इन्तज़ार और हुआ तो उसके अगले महीने के अन्त (२७ नवम्बर २००७) मे एड्सेन्स का पहला पेमेन्ट १११ डालर का प्राप्त हुआ, जिसकी पार्टी कुछ स्पेशल लोगों के लिये अभी तक ड्यू है।

मै कम ही लिखता हूँ ब्लॉग पर लेकिन एड्सेन्स की कमाई बढ़ रही है, इस महीने तो २० डालर हो गया। इसलिये कहता हूँ कि जिसने भी अपने ब्लॉग पर अभी तक एड्सेन्स न लगाया हो वो यहाँ क्लिक करे और नये एकाउन्ट के लिये साइन-अप करें, ये उन पर भी लागू हो सकता है जिनकी पुराने एकाउन्ट से कुछ खास कमाई न हो पा रही हो। क्योकि एड्सेन्स की कमाई के लिये इससे मतलब नही कि आप कूड़ा लिखते हैं या करकट, बस लिखना या लिखा होना चाहिये और लोगों को वहाँ तक आना या पहुँचाया जाना चाहिये, क्लिक तो हो ही जायेन्गे।

अब आप भी बताइये न अपनी एड्सेन्स की कहानी, वैसे अपने जाने माने व्यावसायिक हिन्दी/अंग्रेजी चिट्ठाकार रवि रतलामी जी भी अच्छे पैसे बना रहे होंगे , उनका मार्गदर्शन भावी व्यावसायिक हिन्दी चिट्ठाकारों के लिये बहुत उपयोगी रहेगा।

 

17 Comments

  1. राज भाटिय़ा February 1, 2008 Reply
  2. Gyandutt Pandey February 1, 2008 Reply
  3. Jagdish Bhatia February 1, 2008 Reply
  4. Raviratlami February 1, 2008 Reply
  5. हर्षवर्धन February 1, 2008 Reply
  6. संजय तिवारी February 1, 2008 Reply
  7. Poonam February 1, 2008 Reply
  8. Sanjeet Tripathi February 1, 2008 Reply
  9. mamta February 1, 2008 Reply
  10. anuradha srivastav February 1, 2008 Reply
  11. anuradha srivastav February 1, 2008 Reply
  12. masijeevi February 1, 2008 Reply
  13. डॉ. राम चन्द्र मिश्र February 1, 2008 Reply
  14. अविनाश वाचस्पति February 1, 2008 Reply
  15. उन्मुक्त February 2, 2008 Reply
  16. kvkrewa August 4, 2008 Reply
  17. ashish December 6, 2012 Reply

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