>स्वागत
>है
>आपका
>आपको
>भी
>जानना
>है
>कि
>कौन
>है
>ये
>धु
>र
>वि
>रो
>धी
>हम
>दिखाते
>हैं
>आपको
>कि
>ये
>है
>धुर
>विरोधी
“सबको पता है-सबको खबर है”
पता चला न, क्या कहा, अभी भी नही?
तो ई मेल कीजिये न,
अरे कहीं, मुझे न कर दीजियेगा,
उन्ही को कीजियेगा ।
R C Mishra ji.आप अपना ब्लॉग जरुर जन्चए (जन्चे) कूछ गड्बड हे, २, ४ दिनो से जब भी आप के ब्लॉग पर जाता हू,तो कुछ कुछ होता हे ?????? क्रप्या जरुर जन्चे
ध्न्य्वाद