Chem-Bio & Life!

हिन्दी ब्लॉग – by RC Mishra

साधारणतः मै ८ बजे के आस-पास उठता हूँ, आप कुछ भी सोचें मेरे लिये ये बहुत ही आवश्यक है, पता नही क्या हुआ कि आज सुबह जल्दी ही आंख खुल गयी (वैलेन्टाएन डे का असर?), मेरा टी वी प्रतिदिन बिना रुके सुबह ७ बजे शुरू हो जाता है और ९ बजे बन्द हो जाता है, अब तक टी वी बन्द ही था, अभी एक मिनट भी न बीता होगा कि मोबाइल फोन बजा। मै मन ही मन बहुत प्रसन्न हो गया, अवश्य ही भारत से किसी कन्या का फोन होगा, क्योकि स्क्रीन पर No Number आ रहा था।

वैसे तो मैने बता रखा है कि मै देर से उठता हूँ फ़िर भी.. मैने फोन उठाया खिडकी के पास जाकर खिड़की खोल ली. वलेन्टाएन दिवस के इटालियन रिवाज के मुताबिक (विवरण पिछली पोस्ट मे देखें)। मैने बडे़ प्यार से हेलो बोला, कुछ और कहने वाला ही था कि उधर से जो आवाज आयी उसने तो मेरे सुबह-सवेरे के दिवा-स्वप्नों पर कुठाराघात ही कर दिया।

उधर अपने सिद्दीकी मियां थे, बोले हमको गोस्वामी जी का नम्बर चाहिये, अब मुझे याद तो रहता नहीं इसलिये कुछ और सोच पाता इससे पहले ही बोल पडे़ अच्छा अभी SMS कर दीजिये, जब तक मै उनको ये बता पाता कि No Number पर SMS भेजना मरे लिये असम्भव कार्य है तब तक..कुछ तकनीकी समस्याओं के चलते हमारा सम्पर्क भंग हो गया था।

मैं पहले तो थोडा़ घबराया कि अब क्या करें, तब तक मेरा ‘जड़ फोन’ (land line) बज उठा उन्होने फ़िर से कहा कि SMS कर दीजिये मैने उन्को बताया कि ये फ़िक्स फ़ोन है और मोबाइल पर भी नम्बर नही आया था तो वे जरा और हड़्बड़ाये फ़िर सकपकाये और आखिर मे बोले.. फ़िर….मैने कहा.. ई-मेल से भेज दूंगा, बोले हाँ.. हाँ.. जरूर… अभी… तुरन्त…. जल्दी से भेज दीजिये और फोन कट कर दिया।

मेरे मन मे अजीब अजीब से खयाल आने लगे मैने तुरत गोस्वामी जी को फोन लगा दिया और ये बाद मे गणना की कि वहाँ (NY, USA) अभी क्या समय होगा। मैने उनको घटना से अवगत कराया और व्यवधान उत्पन्न करने के लिये क्षमा मांगना भी भूल गया। उन्होने अपना नया-नया लिया मोबाइल नम्बर मुझे लिखवा दिया, और मैने चारों नम्बर उनको समय क्षेत्र के अन्तर को बताते हुए भेज दिये, साथ मे ये भी पूछ लिया कि कुछ खास या अर्जेन्ट हो तो हमें भी अवगत करायें। और फ़िर से निद्राग्रस्त हो लिये।

बाद में उनका ई मेल मिला कि धन्यवाद, हम आपसे जी मेल पर विस्तार से बात करेंगे बाकी सब ठीक है।

तो ऐसी हुई सुबह..मै विश्वविद्यालय पहुंचा कुछ भी अलग/नया नही लग रहा था, कल रात सुना था आज का दिन भारत मे बहुत Eventful होने वाला है।

चूकि दिल तो अपना भी हिन्दुस्तानी ही है सो हमने भी उम्मीद नही छोड़ी और दोपहर बाद जब मेरे भाग्य जगे तब कहीं जाके SMS आया।

“If I were a bird, I would be standing at ur window guarding ur eyes from the sunlight with my wings, waiting for you to wake up…Just to say…………….”

और……..राहत मिली किसी को तो मेरी नींद का खयाल है। वैसे… इस बार नम्बर तो आया था, पर किसका था मै अभी तक अनुमान ही लगा रहा हूँ 🙂 .

ये सब तो हुआ ही पर हम बेसब्री से का इन्तज़ार करते रहे तनवीर मियां का भी पर शायद वे अपने वैलेन्टाइन के साथ व्यस्त हो गये थे सो दिखायी भी न पड़े।

रात को जब गोस्वामी जी से मालूम करने की कोशिश की तो वो भी मौज लेते हुए ही लगे और उल्टा मुझ पर ही……

अब….हमने स्वयं को समझाया, अपने को महान बताया और बहुत दिनों बाद ये गीत गुन-गुनाया…

किये जा तू जग मे भलाई का काम।
तेरे दुःख दूर करेंगे राम॥

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7 thoughts on “14 फरवरी की सुबह..

  1. लो कल्लो बात, गोरों के देश में सिर्फ एक एसएमएस और वो भी खालीपीली। हम तो उम्मीद कर रहे थे कल दिनभर कितनी डेट हुईं इसका सविस्तार वर्णन करोगे। 🙂

  2. बढ़िया किस्सागोही करने लगे हैं, बधाई. अब तक पता चला कि नहीं: किसका एस एम एस आया था? 🙂

  3. मिश्रजी मैं भी यही कहूंगा,”तेरे दूख दूर करेंगे राम”. 🙂

  4. ये लो! एक तो एसएमएस आया उस पर भी भेजनेवाली ने नाम नहीं लिखा . कोई बात नहीं धीरज धरिए. धीरे-धीरे रे मना धीरे सब कुछ होय.

  5. अबतक पता चला की नहीं या सकते में हो…अगली पोस्ट में बताएँ!!

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