अधूरी गज़ल…
कि फ़िर आजगमे अश्कबहाये हैं।आँखों से छलके हैं,पैमाने मे उतर आये हैं।सिसकती है आहदर्द मचलता हैआब-ए-अश्क है केपैमाने से भी झलकता है।उम्मीद अब…
हिन्दी ब्लॉग – by RC Mishra
कि फ़िर आजगमे अश्कबहाये हैं।आँखों से छलके हैं,पैमाने मे उतर आये हैं।सिसकती है आहदर्द मचलता हैआब-ए-अश्क है केपैमाने से भी झलकता है।उम्मीद अब…
ये जो मीठी हवा तुझे छू के आयी है, सांसों मे बन्द है, रोशनी मुस्कुराई है। ये जो मीठी हवा तुझे छू के…
Image by TimboDon via Flickr सु श्री दिव्या बाजपेयी, कानपुर के प्रतिष्ठित संस्थान हारकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी इन्स्टिट्यूट से शोध कर रही हैं। अतिरिक्त…
तुम जिनको देखते रहते हो, वो ख्वाब सिरहाने रखती हूँ तुमसे मिलने जुलने के, मै कितने बहाने रखती हूँ मै ऐसी मोहब्बत करती…